उदयपुर । उदयपुर जिले के बाठड़ा खुर्द गांव में बीते कुछ दिनों से दो तेंदुओं की लगातार मौजूदगी ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है। मंगलवार रात एक कार के सामने अचानक तेंदुआ आ गया, जिसे कार सवार लोगों ने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया। वीडियो वायरल होने के बाद ग्रामीणों में डर का माहौल गहरा गया है। वहीं, वन विभाग ने तेंदुओं को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया है।
स्थानीय निवासी सूरजमल जोशी ने बताया कि रात को धर्मेंद्र मेहता और सूरज डूंगावत कार से गांव लौट रहे थे। जैसे ही वे मेनारिया समाज के नोहरे के पास पहुंचे, एक तेंदुआ अचानक छलांग लगाते हुए कार के सामने आ गया। दोनों ने तुरंत वाहन रोका और मोबाइल से फोटो-वीडियो बनाया, जिसके बाद तेंदुआ तालाब की ओर भाग गया।
तेंदुआ सड़क पर बैठा था, लेकिन जैसे ही कार की हेडलाइट पड़ी, वह घबरा गया और तेजी से आगे की दिशा में दौड़ गया।
महिलाओं में डर, मवेशियों पर तेंदुओं के हमले
ग्रामीणों के अनुसार, पहले महिलाएं बिना डर मवेशियों को बाहर चराने ले जाती थीं, लेकिन अब मूवमेंट के चलते घरों से बाहर निकलने में भी डर रही हैं। दो दिन पहले तेंदुए ने गाडरियों की बस्ती में एक बकरी को भी शिकार बनाया।
एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि मंगलवार दोपहर को जब वह अपने कुएं की ओर जा रहा था, तब रास्ते में दो तेंदुए दिखाई दिए। वह भयभीत होकर घर भाग आया।
वन विभाग ने लगाया पिंजरा, बढ़ाई निगरानी
तेंदुए की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय वन अधिकारी कैलाश मेनारिया के निर्देश पर वन नाका भटेवर से सुरेश मेनारिया और रविराज मौके पर पहुंचे और तेंदुओं को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया। इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि पदम सिंह, सचिव रंजीत सिंह समेत कई ग्रामीण मौजूद रहे।
कैलाश मेनारिया ने बताया कि जैसे ही तेंदुए की सूचना मिली, तत्काल टीम को रवाना कर पिंजरा लगवाया गया और वन विभाग की टीम लगातार तेंदुए की मूवमेंट पर नजर रख रही है।
तेंदुए के मूवमेंट से दहशत, ग्रामीण कर रहे सुरक्षा की मांग
स्थानीय सरपंच इंद्र कुंवर पदम सिंह के अनुसार, पिछले 5 महीनों से तेंदुए जंगल में दिख रहे थे, लेकिन अब वे रिहायशी क्षेत्र तक पहुंच गए हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से रात्रि गश्त और स्थाई समाधान की मांग की है।
