साबला (डूंगरपुर)। साबला वन रेंज क्षेत्र पैंथरों के लिए मौत का रेंज बनता जा रहा है। हालात ये है कि यहां औसत हर दो माह में एक वयस्क पैंथर का शव मिल रहा है। पर, वन विभाग के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। ताजा मामला पैंथर के शिकार का सामने आया है।
साबला वन क्षेत्र के ग्राम पंचायत माल के खंडेश्वर महादेव के निकट शनिवार को ढाई साल के नर पैंथर का शव मिला है। गंभीर बात ये है कि पैंथर के पैर-सिर कटे हुए हैं व मौके से गायब हैं। वहीं, शरीर पर भी चोट के निशान हैं। मौके के हालात देखकर लग रहा है कि किसी ने पैंथर का शिकार किया है। इससे वन विभाग में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर साबला वन चौकी से वनपाल चन्द्रवीर सिंह राठौड़ मय कार्मिक मौके पर पहुंचे तथा आवश्यक कार्रवाई के बाद पैंथर के शव को चौकी पर लाए। पैंथर के शरीर पर काफी खून व चोट के निशान नजर आए..
वनपाल ने बताया कि शव दो दिन से अधिक पुराना है। ऐसे में शव से बदबू आ रही है। नर पैंथर की लंबाई 6 से 8 फीट है। शव का पीएम होने के बाद ही वस्तुस्थिति का पता लग सकता है। इधर, वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पैंथर के क्षत-विक्षत शव को देखते हुए शिकार होना सामने आ रहा है। जांच के बाद ही स्थिति साफ होगी।
10 महीने में 5 पैंथरों की हुई मौत: क्षेत्र में पैंथरों के बढ़ता परिवार वन विभाग के लिए राहत होने के साथ ही लगातार हो रही पैंथरों की मौत चिंताएं भी बढ़ रहा है। वर्ष 2025 के आंकड़ों पर नजर डाले, तो इन 10 माह में 5 पैंथरों की मौत हो गई है।

